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Monday, December 6, 2021

आओ जाने वर्षा ऋतु में सरसों व तिल का तेल का इस्तेमाल कैसे करे । Come let's know how to use mustard and sesame oil in the rainy season.

       आओ जाने वर्षा ऋतु में सरसों व तिल का तेल का इस्तेमाल कैसे करे। 


वर्तमान में वर्षा ऋतु से ज्यादातर लोगों में वात,पित और कफ़ तीनों दोषों में तालमेल बिगड़ जाता है। इनमे प्रोटीन,पोटैशियम,मैग्नीशियम,कैल्शियम,विटामिन -ई प्रचुर मात्रा में होती है। बारिश में पुरानी चोट के दर्द,जोड़ व मसल्स में दर्द होने लगता है। तिल के तेल में सेंधा नमक डालकर गुनगुना कर  मालिश करते है तो दर्द में लाभ मिलता है तथा सरसो के तेल में लहसुन या एक - दो लौंग डालकर गर्म करे तथा हल्का गर्म तेल से पैरों के निचले भाग में मालिश करने से शरीर में ऊर्जा तथा पैरों के जोड़ों के दर्द में राहत मिलती। 


 Come let's know how to use mustard and sesame oil in the rainy season.


At present, due to the rainy season, the coordination of all the three doshas deteriorates in most of the people. They are rich in protein, potassium, magnesium, calcium, vitamin E. In the rain, the pain of chronic injury, pain starts in the joints and muscles. Mixing rock salt in sesame oil and massaging it with lukewarm water gives relief in pain and heat by adding garlic or one or two cloves in mustard oil and by massaging the lower part of the feet with light hot oil, energy in the body and feet Gets relief in joint pain.


Thursday, September 30, 2021

Many benefits of home made ayurvedic pills.,आयुर्वेदिक गोलियों के कई फायदे।

घर पर बनी हुई आयुर्वेदिक गोलियों के कई फायदे।

आजकल हर कोई सेहत के लिए स्वादिष्ट चीजें लेना पसंद करता है। ऐसे में आप चाहे तो आयुर्वेदिक तरीके से घर पर बनी जड़ी-बूटियों की गोलियों को खा सकते है। बिना दुष्प्रभाव इसके कई फायदे है। 

हरिद्रा वटि :-हरिद्रा चूर्ण व गुड़ के मिश्रण से इसे बनाते है। थोड़े से गुड़ को पानी में उबले और पिघलने के बाद इसमें हरिद्रा चूर्ण मिलाए। और ठंडा होने पर गोलियां बनाए। 

haridra vati
फायदे:-एंटीइंफ्लैमेट्री तत्व होने से घाव भरती,भूख बढ़ाती है। तथा रक्त का शुद्विकरण करती है। किसी भी प्रकार की एलर्जी होने पर इसकी 2-2 गोली दिन में दो बार चूसने पर जल्दी आराम मिलता है। 
       

निम्बा वटि :- नीम की पतियों को पानी में उबालकर इसे गाढ़ा मिश्रण बनाते है इसके बाद ठड़ा होने पर थोड़ी मात्रा में गुड़ मिलते है। तथा इसकी गोलियां बना लेते है।  

nimba vati
फायदे :- एंटीफंगल व एंटीसेप्टिक गुण होने के कारण शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकलती है। लीवर को स्वस्थ रखती है। खाना खाने के बाद दिन में एक गिलास पानी या दूध के साथ एक एक गोली ले सकते है।  

तुलसी घनवटि :- तुलसी के पत्तों व गुड़ के मिश्रण से बनाते है। तुलसी के कुछ पत्तों के साथ स्वाद के अनुसार गुड़ को मिक्स करते है। ताकि तुलसी का सत्व इसमें मिल जाये।   

tulasee ghanavati
फायदे :- बुखार,पेट में जलन,कफ़,अस्थमा और त्रिदोष को ठीक करने में उपयोगी है। पानी से 1-2 गोली दिन में एक बार ले सकते है।  

जम्बू वटि :- इसको जामुन के चूर्ण व गुग्गुलु से इस गोली को बनाते है। तथा गुग्गुलु के सत्व व जामुन के चूर्ण के पानी में उबालकर गाढ़ा पेस्ट बनाते है।  और ठड़ा होने पर इसकी गोली बना ली जाती है। 

jamboo vati
फायदे :- पाचन क्रिया को सही करने में तथा गले में दर्द,डायरिया होने पर सर्दी,जुकाम और डायबिटीज में उपयोगी है। खाना खाने के बाद पानी से 1-2 गोली ले सकते है। 

दादिमादि वटि :- ताजा अनार के दाने और बूरा व सेंधा नमक के साथ इसे बनाते है। अनार के रस को गाढ़ा होने तक गर्म करे। और फिर बुरा व सेंधा नमक मिलाकर ठंडा होने पर गोली बनाए। 

daadimaadi vati
फायदे :-स्वाद बढ़ाने में तथा इसके अलावा पेट की अग्नि को शांत कर देता है। और दिन में दो गोलियों को चूस सकते है।